Jamshedpur। मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि आज कोल्हान, पूर्वी सिंहभूम क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक दिन है। इस क्षेत्र के आम जनमानस को बेहतर स्वस्थ्य चिकित्सा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 500 बेड का एक भव्य अस्पताल हमारी सरकार समर्पित कर रही है। मुख्यमंत्री शनिवार काे बाबा तिलका मांझी मैदान, मानगो, जमशेदपुर में आयोजित एमजीएम अस्पताल डिमना, मानगो के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन एवं ओपीडी के शुभारंभ कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्षों से टाटा शहर में अवस्थित अस्पताल जनता की सेवा में था। वर्षों पुराना होने की वजह से उसकी स्थिति जर्जर होती जा रही थी। ऐसे में राज्य सरकार के निर्णय के अनुरूप एक नया मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल आज से कोल्हान की जनता की सेवा में रहेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की कोयला कंपनियों पास झारखंड का 01 लाख 36 हजार करोड़ रुपये बकाया है। यदि यह पैसा केंद्र सरकार झारखंड को उपलब्ध करा दे तो राज्य सरकार इस स्थिति में होगी कि हर महिला के खाते में तीन-तीन लाख रुपये भेज सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने जमशेदपुर में भी नया मेडिकल कॉलेज अस्पताल बनाने का निर्णय लिया है। जल्द इसकी आधारशिला रखी जाएगी। आपकी सरकार लगातार स्वास्थ्य के क्षेत्र में व्यवस्थाओं को मजबूत करने के प्रयास में जुटी है। जमशेदपुर के मानगो और पारीडीह में भी फ्लाईओवर का काम चल रहा है। बहुत जल्द इसमें वाहनों का परिचालन जमशेदपुरवासी शुरू कर सके, इसका प्रयास किया जा रहा है।
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कोरोना संक्रमण काल में झारखंड ने पूरे देश को उपलब्ध कराया मेडिकल ऑक्सीजन
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी को याद होगा कि जब राज्य में मेरे नेतृत्व में यहां के आदिवासी-मूलवासियों की अपनी सरकार का गठन 2019 में हुआ था उस समय सरकार के गठन के चंद दिनों बाद ही वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण ने पूरी दुनिया को अपने चपेट में ले लिया। अचानक केंद्र सरकार का आदेश के अनुसार लॉकडाउन का आदेश हुआ और वह ऐसा आदेश था, जिससे पूरा भारत देश जहां का तहां खड़ा रह गया। पूरा देश रुक सा गया। सभी लोग अपने-अपने घरों में बंद रहने के लिए मजबूर हो गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमसभी को यह गर्व होना चाहिए कि देश के लोगों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित करने का काम झारखण्ड ने किया। पूरे देश में मेडिकल ऑक्सीजन सप्लाई करने में झारखण्ड नंबर 1 रहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकट परिस्थिति के समय हमारी सरकार ने ऑक्सीजन सप्लाई कर पूरे देश के लोगों की जान बचाने का काम करती रही।
रोटी, कपड़ा, मकान और रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में हुए सकारात्मक कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार शुरुआती दिनों से ही यहां के लोगों को रोटी, कपड़ा और मकान उपलब्ध कराने की दिशा में निरंतर प्रयासरत रही। मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़ी संख्या में झारखंड के लोग दूसरे राज्यों में रोजगार के लिए जाते हैं, इसलिए हमारी सरकार ने कानून बनाया कि यहां जो उद्योग लगेंगे उसमें 75 फीसदी स्थानीय युवाओं को नियोजित करना होगा। इस कानून का लाभ यहां के नौजवानों को मिला भी। आजकल निजी क्षेत्र में हमारे युवक-युवतियों को रोजगार का अवसर प्राप्त हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने राज्य की महिलाओं को सम्मान देने का काम कर दिखाया है। झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत महिलाओं के खाते में आर्थिक सहयोग जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने मंईयां सम्मान योजना के तहत दो किस्त का हस्तांतरण कर दिया है। अब जल्द ही तीसरी किस्त दुर्गा पूजा में जाएगा, ताकि आपका त्योहार खुशी पूर्वक मनायी जा सके।
राज्यवासियों को कई महत्वाकांक्षी योजनाओं का मिल रहा लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब, किसान, मजदूर सहित सभी वर्ग-समुदाय के लोगों को राज्य सरकार द्वारा अलग-अलग योजनाओं के माध्यम से लाभ प्रदान किया जा रहा है। किसानों का दो लाख रुपये तक का ऋण माफ किया गया। गरीब बिजली उपभोक्ताओं का 200 यूनिट तक का बकाया बिजली बिल माफ किया गया। साथ ही 200 यूनिट तक बिजली मुफ्त कर दी गई। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने राज्य में सर्वजन पेंशन योजना लागू करने का कार्य किया। यह योजना इतनी प्रभावकारी रही कि वर्तमान समय में सामाजिक सुरक्षा के अंतर्गत पात्र सभी लोगों को पेंशन उपलब्ध कराया जा रहा है।
मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं की समस्याओं का होगा यथोचित समाधान
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस एमजीएम मेडिकल कॉलेज में पढ़ रहे छात्रों ने अपनी समस्याओं को लेकर आवेदन दिए हैं। मैं आप सभी छात्रों से कहना चाहूंगा कि यह बात हमारे कानों तक आज पहुंची है। आप आश्वस्त रहें, एक माह के अंदर आपकी समस्या का समाधान होना प्रारंभ हो जाएगा। बेफिक्र होकर अपने कार्य को अंजाम देते रहें। आप जनता की सेवा में लगें, अच्छे चिकित्सक बनें। आपकी समस्या का समाधान राज्य सरकार करेगी।
एमजीएम मेडिकल अस्पताल के नवनिर्मित भवन का विवरण
- 30 एकड़ भूमि क्षेत्र में फैले इस अभिनव निर्माण का शुभारम्भ अक्टूबर 2020 में लार्सन एण्ड टूब्रो इलेक्ट्रिक कम्पनी के द्वारा किया गया था।
- 376 करोड़ की लागत से तैयार इस महत्वाकांक्षी परियोजना में जहाँ चिकित्सा सुविधाओं के लिए 7 तल्लों का एक मुख्य भवन बनाया गया है, जिसमें कुल तीन ब्लॉक हैं।
- प्रशासनिक कर्मियों के लिए भवनों का समूह परिसर में ही बना है। कुल 30 एकड़ में से दस लाख वर्गफीट में निर्माण कार्य कराया गया है, जिसमें सात लाख वर्गफीट में चिकित्सा सेवा सम्बन्धी भवन बनाये गये हैं।
- लगभग 140 नर्सिंग स्टाफ के रहने के लिए एक अलग भवन का निर्माण किया गया है। पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था एवं सभी अन्य सुविधाओं से परिसर को भलि-भांति सजाया गया है।
- मुख्य चिकित्सा भवन के ब्लॉक-1 में श्वसन समस्याओं, चर्म रोग, गहन चिकित्सा ईकाई, डायलिसिस, शल्य चिकित्सा, औषधिय चिकित्सा, बच्चे तथा बच्चियों के लिए अलग अलग शिशु वार्ड तथा बाह्य चिकित्सा सेवाओं की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इस ब्लॉक में पार्किंग, अग्निशमन नियंत्रण कक्ष, सुरक्षा सेवाएँ तथा सीसीटीवी कक्ष बनाया गया है।
- ब्लॉक 1-2 में मुख्य रूप से ऑपरेशन थिएटर, निचला तल्ले में व्याख्यान कक्ष एवं हर प्रकार की जांच सुविधाएं, ब्लड बैंक, लेकर रूम तथा ऑपरेशन के बाद की सेवाओं को उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गयी है।
- ब्लॉक-3 में मानसिक स्वास्थ्य, नाक-कान-गला, नेत्र, बर्न वार्ड, गायनो, ऑर्थोपेडिक्स आदि के साथ रेडियोलॉजी, बाह्य हड्डी रोग सेवा, दन्त चिकित्सा सेवा, एक्स रे आदि की अत्याधुनिक सुविधाओं से लैश संरचनाएं तैयार की गयी हैं।