गिरिडीह। झारखंड प्रदेश सहायक अध्यापक महासंघ की बैठक गिरिडीह के झण्डा मैदान में जिला अध्यक्ष नारायण महतो की अध्यक्षता में शनिवार को आयोजित हुई, जिसका संचालन जिला महासचिव सुखदेव हाजरा ने किया। बैठक में मौजूद सभी सहायक अध्यापकों ने 225 पारा शिक्षकों का मानदेय भुगतान जनवरी, फरवरी और मार्च तक फर्जी विश्वविद्यालय का हवाला देकर स्थगित किए जाने पर आक्रोश जताया।
जिला अध्यक्ष नारायण महतो ने कहा कि झारखंड की शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने में पारा शिक्षकों के योगदान को नकारा नहीं जा सकता। परन्तु उम्र की अंतिम पड़ाव में पारा शिक्षकों का यूनिवर्सिटी ही फर्जी बता कर उनके मानदेय को विभागीय अधिकारियों के द्वारा रोक दिया गया है जो बिल्कुल अप्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि सभी सहायक अध्यापकों का सर्टिफिकेट जांच विभाग से कराया गया तो लगभग सभी सहायक अध्यापकों का प्रमाणपत्र सही पाया गया बावजूद 250 लोगों का मानदेय भुगतान में बेवजह परेशान किया जा रहा है। वहीं जिला महासचिव सुखदेव हाजरा ने कहा कि 20 वर्षों से सेवा विभिन्न विद्यालयों में देते आ रहे है तब फर्जी यूनिवर्सिटी नहीं दिखाई दे रहा था। परन्तु आज उन्हें बेवजह पदाधिकारियों की सोंची समझी साजिश के तहत उनके सर्टिफिकेट को फर्जी का हवाला देकर मानदेय भुगतान नहीं किया जा रहा है जो बिल्कुल नाइंसाफी और अव्यवहारिक है। उन्होंने मार्च माह तक सभी सहायक अध्यापकों का मानदेय भुगतान की मांग विभागीय अधिकारियों से की है और कहा कि अगर एक सप्ताह के अंदर रोके गए सहायक अध्यापक का मानदेय भुगतान नहीं हुआ तो अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन जिला परियोजना कार्यालय में किया जाएगा। बैठक में मुख्य रूप से जिला कोषाध्यक्ष बक्शी रमेश, प्रखण्ड सचिव मनोज कुमार शर्मा, आलोक कुमार अकेला, सुरेन्द्र कुमार यादव, पप्पु कुमार, शिव कुमार यादव, उपेंद्र नाथ राय, रीतलाल प्रसाद यादव, अनवर हुसैन, बालकृष्ण मंडल, पवन वर्मा, मनोहर रविदास, सोभलाल महतो, मुरलीधर महतों, बक्शी रमेश, रामदेव सिंह, नीलकंठ महतों, अब्दुल मुस्तकिम सहित सैकड़ों सहायक अध्यापक उपस्थित थे।