Ranchi : मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन द्वारा राज्य की ग्रामीण महिला उद्यमियों के उत्पादों को सालों भर बाज़ार एवं सम्मानजनक लाभ सुनिश्चित कराने एवं ग्रामीण महिलाओं को ग्रामीण अर्थवयवस्था के “मार्केट लीडर” के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से पलाश ब्रांडिंग एवं विपणन रणनीति का शुभारंभ 29 सितम्बर 2020 को किया गया। आज उसका साकारात्मक परिणाम हमारे समक्ष है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर कार्यान्वित किये जा रहे अभिनव प्रयास पलाश ब्रांडिंग एवं विपणन रणनीति के माध्यम से अब तक 29 विभिन प्रकार के उत्पादों को खुले बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है। तीन वर्ष से कम अवधी में कुल 3982.00 लाख रूपए की सकल बिक्री की जा चुकी है। पलाश ब्रांड में अपने कृषि उत्पादों की आपूर्ति तथा अन्य प्रसंस्करण, पैकजिंग एवं बिक्री के कार्यों से अब तक राज्य के स्वयं सहायता समूहों की एक लाख से अधिक ग्रामीण महिलाएं जुड़ कर अपने आय में वृद्धि कर रहीं हैं तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करते हुए इसे मुख्यधारा से जोड़ रहीं हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर ग्रामीण महिलाओं के उत्पादों की पहचान बन चुकी पलाश ब्रांड को विशुद्ध व्यवसायिक परिचालन हेतु “पलाश इंटरप्राइजेज कंपनी” का गठन किया जा रहा है।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था में तेजी लाने लक्ष्य तय
मुख्यमंत्री ने राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी उन्मूलन के लिए निर्धन परिवारों को गरीबी के कुचक्र से बाहर निकालने के लिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था में तेज गति से विकास और वृद्धि सुनिश्चित करना लक्ष्य तय किया है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था में इस बड़े बदलाव हेतु सखी मंडल से जुड़ी राज्य की लाखों ग्रामीण महिला उद्यमियों के द्वारा निर्मित उत्पादों को बाजार में उचित स्थान एवं अधिकतम लाभ उपलब्ध कराने का कार्य किया गया। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए ग्रामीण महिला कृषकों एवं उद्यमियों को उनके ही ग्रामीण परिवेश में नयी तकनीक, प्रशिक्षण, पूंजी, उद्यमिता के कौशल, उत्पाद संकुल, संग्रहण, भण्डारण, प्रसंस्करण, उत्पादन, पैकेजिंग एवं ब्रांडिंग प्रक्रिया ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से तैयार किया जा रहा है। इन्हीं आवश्यक तकनीक, कौशल, संरचना, प्रशिक्षित मानव संसाधन एवं वित्तीय संसाधन इकोसिस्टम की पहुंच प्रत्येक ग्रामीण एवं आदिवासी महिला उद्यमियों तक सुनिश्चित करने के संकल्प से साथ राज्य सरकार के द्वारा पलाश ब्रांडिंग एवं विपणन रणनीति पर लगातर कार्य किया जा रहा है।
पलाश इकोसिस्टम का विस्तार
झारखण्ड सरकार राज्य की ग्रामीण महिला उद्यमियों को पलाश ब्रांड से जोड़ने हेतु प्रयासरत है I पलाश ब्रांड के उत्पादों के लिए अपनाई जा रही रणनीति के अंतर्गत अब तक 23 पलाश संग्रहन केंद्र, 45 प्रसंस्करण केंद्र, 155 उत्पादन केंद्र, 19 पलाश पैकेजिंग और ब्रांडिंग केंद्र तथा 46 “पलाश मार्ट” का परिचालन आरंभ किया गया है। रांची के प्रमुख व्यवसायिक क्षेत्र में पलाश माल के निर्माण कार्य को स्वीकृति प्रदान की गई है। साथ ही राज्य के अन्य आदिवासी बहुल जिलों यथा दुमका, पश्चिमी सिंहभूम, पाकुड़, लोहरदगा तथा खूंटी में पलाश माल के निर्माण हेतु भूखंड हस्तगत कर निर्माण कार्य की स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। पलाश ब्रांड के उत्पादों के साथ सखी मंडल से जुड़ी लाखों ग्रामीण महिला उद्यमियों के उत्पादों के प्रचार-प्रसार तथा बिक्री को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से राज्य में प्रति वर्ष दो राष्ट्रीय सरस मेला का आयोजन किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा आयोजित अंतराष्ट्रीय जनजातीय महोत्सव में पलाश के उत्पादों को प्रमुखता से प्रदर्शित एवं बिक्री के लिए विशेष उपाय किये गए।