Hazaribagh : बुधवार की रात को हजारीबाग के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक सड़क दुर्घटना के दो घायलों को लेकर परिजन पहुंचे तो चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया लेकिन मृतक के परिजनों ने ड्यूटी चिकित्सक पर अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए अस्पताल कर्मी और मृतक के परिजनों में कहासुनी हो गई। जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने भी हस्तक्षेप किया तब दोनों पक्षों का मामला शांत हुआ । मृतक के परिजनों द्वारा हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल को प्राप्त सूचना के बाद उनके निर्देश पर तत्काल उनके मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी अस्पताल पहुंचे और मध्य रात्रि तक यहां दोनों पक्षों से वार्ता कर तनावपूर्ण माहौल को शांत करवाने का सकारात्मक पहल किया।
दोनों मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम हाउस में रखवाया गया और चिकित्सकों से आग्रह कर तत्काल ओपीडी सेवा शुरू कराया। सांसद मनीष जायसवाल के मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी ने कहा कि चिकित्सक और चिकित्साकर्मी को किसी भी मृतक के परिवारजनों से विनम्रता और अनुशासित तरीके से संवेदनशील होकर बात करना चाहिए वहीं किसी भी मरीज या मृतक को लेकर अस्पताल पहुंचने पर आप धैर्य और साहस का परिचय देते हुए बेहतर इलाज या पोस्टमार्टम की प्रक्रिया कराएं ताकि चिकित्सीय व्यवस्था सुदृढ़ बनी रही और किसी अन्य जरूरतमंद मरीजों को परेशानी न हो। सुबह पोस्टमार्टम के उपरांत शवों को उनके घर भेजवाया गया। रंजन चौधरी ने गुरुवार को मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सुप्रिटेंडेंट डॉ. अनुकरण पूर्ति से मिलकर ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो इस दिशा में सकारात्मक चर्चा किया ।
मृतकों में निवासी तिलरा, निश्चितपुर निवासी राहुल कुमार यादव (उम्र क़रीब 25 वर्ष) और बंदरबेला, पदमा निवासी कामेश्वर यादव (उम्र करीब 24 वर्ष) है और दोनों अविवाहित हैं। इचाक ओर पद्मा के बीच स्थित इटखोरी मोड पर ये दोनों एक सड़क दुर्घटना के शिकार हो गए ।
दोनों युवा मृतकों के प्रति सांसद मनीष जायसवाल ने संवेदना प्रकट किया और ईश्वर से उनके आत्मा की शांति और शोकाकुल परिवारजनों को इस विकट दुःख से उबरने हेतु अदम्य साहस प्रदान करने की कामना भी किया ।