Ranchi। पूरे देश के साथ राज्य में भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। शुक्रवार सुबह से ही राजधानी रांची के खेल के मैदानों, पार्कों, स्कूलों में विश्व योग दिवस पर योग के विशेष सत्र आयोजित किए गए, जिसमें बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं, युवाओं, बुजुर्गों और महिलाओं ने योग किया।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर झारखंड सरकार की ओर से बिरसा मुंडा फन पार्क में राजकीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आयुष निदेशालय की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, जबकि पूर्व मंत्री और रांची विधायक सीपी सिंह और स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव एके सिंह विशिष्ट अतिथि रहे। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के राजकीय कार्यक्रम में राज्य योग केंद्र की योग प्रशिक्षक डॉ. अर्चना कुमारी ने लोगों को योग कराया। इस दौरान उन्होंने योग के महत्व और योग के माध्यम से स्वस्थ जीवन के रहस्यों को समझाया।
इस वर्ष व्यक्ति से समष्टि तक को समावेशित करते हुए अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम “स्वयं और समाज के लिए योग” रखी गई है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्रोटोकॉल के अनुसार योग किया जाता है।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के राजकीय कार्यक्रम में शामिल हुए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कोविड के बाद शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो गई है, उस कमी को योग से दूर किया जा सकता है। आज पूरा विश्व योग से लाभान्वित हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह कोई मुद्दा नहीं है कि प्रधानमंत्री कहां योग कर रहे हैं। जरूरत इस बात की है कि ज्यादा से ज्यादा लोग योग करें।उन्होंने कहा कि समय की कमी के कारण वे भी कुछ आसन और मुद्राएं ही कर पाते हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर रांची के कांके डैम स्थित परिसर में सामूहिक योगाभ्यास किया। उन्होंने कहा कि करें योग, रहें निरोग।’
पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक सीपी सिंह ने विश्व योग दिवस पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे 25 वर्षों से योग कर रहे हैं। कुछ वर्ष पूर्व हृदय की सर्जरी होने के कारण कुछ प्रतिबंध हैं, इसके बावजूद वे आज भी कुछ योगासन व प्राणायाम करते हैं। उन्होंने कहा कि योग के साथ-साथ प्राणायाम भी जरूरी है।
राज्य योग केंद्र की प्रशिक्षिका डॉ. अर्चना ने कहा कि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में योग हर समस्या का समाधान है। इसे सिर्फ 21 जून तक सीमित न रखें, बल्कि इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करें और स्वस्थ रहें।