Garhwa : गढ़वा के रंका के गोदरमाना ग्रामीण बैंक के सामने पटाखा व्यवसायी कुश कुमार गुप्ता को पटाखा जलाकर दिखाना भारी पड़ गया।
पड़ोस के दो बच्चे नमन कुमार केसरी और भोला केसरी को पटाखा जलाकर दिखा रहा था। इसी क्रम में पटाखे की दुकान में आग लग गई। चारों तरफ पटाखे फूटने लगे। दुकानदार अपने साथ दो बच्चे, एक कर्मी एवं एक ग्राहक अजीत कुमार केसरी को लेकर अपने पास के बगल वाले गोदाम की दुकान में चला गया और शटर बंद कर दिया, ताकि आग की लपटें दुकान के अंदर तक ना जा सके, लेकिन दुर्भाग्यवश शटर का कुछ भाग खुला रह गया। धुंआ भरने लगा। लोग जान बचाने के लिए भागने लगे। इसी बीच कुछ युवक आग पर काबू पाने के लिए आसपास के लोगों को मोटिवेट किया तथा बुझाने के लिए भरपूर प्रयास किया।
लोगों को यह पता नहीं था कि जिस दुकान में आग लगी है उसके अंदर में कुछ लोग छुपे हुए हैं । जब जानकारी हुई तो जेसीबी के सहयोग से दीवार तोड़कर सभी पांचो को बाहर निकाला। लेकिन उम्मीद लगाए लोगों ने पास के छत्तीसगढ़ राज्य के अस्पताल में सभी को भर्ती कराया, जहां पर प्राथमिक उपचार के क्रम में चिकित्सकों ने पांचो को दम घुटने से मौत हो जाने की जानकारी दी।
मृतकों में कुश कुमार गुप्ता दुकानदार, भंडरिया थाना क्षेत्र के मर्दा ग्राम निवासी ग्राहक अजीत कुमार केसरी, रंका थाना क्षेत्र के बुढ़ापलास ग्राम निवासी दुकान में काम करने वाली सुशीला करकेटा तथा पड़ोस के नमन केसरी (9) और भोला केशरीे (8) बताए गए हैं, जबकि दुकान के सामने लगी हुई एक मोटरसाइकिल सीजी 15 डीजे 5467 आग में जलकर पूरी तरह से स्वाहा हो गया है। बाइक रंका थाना क्षेत्र के बेलवादामर ग्राम निवासी अनिल कुमार ठाकुर की थी।
जांच के लिए पहुंचे एसपी
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार पांडेय, रंका के अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार पांडेय , अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रोहित रंजन सिंह, पुलिस निरीक्षक सुभाष पासवान मौके पर पहुंचे।
एसपी ने जानकारी देते हुए बताया कि पांचो की पटाखे में आग लगने के कारण दम घुटने से मौत हुई है। ग्रॉसरी की दुकान में पटाखे बेचे जा रहे थे। पटाखे खरीदने के लिए बच्चे वहां पहुंचे थे। अचानक पटाखे में आग लगने के बाद बच्चे और लोग दुकान का शटर बंद कर अंदर छुप गए थे। दुकान में वेंटिलेटर नहीं था। आग जब लगी तो धुंआ दुकान के अंदर घुसा और दम घुटने से सारे लोग बेहोश हो गए। काफी देर बाद आसपास के लोगों को दुकान के अंदर बच्चे और लोगों के रहने की जानकारी हुई तो उन्होंने दीवार काटकर सभी को बाहर निकाला। उन्हें छत्तीसगढ़ के रामानुजगंज अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया कि सरकारी प्रावधान के तहत मुआवजा दिया जाएगा। उपायुक्त शेखर जमुआर के निर्देश पर जांच के लिए पहुंचे हैं।
घटनास्थल पर पुलिस जवानों की तैनाती की गई है। इस घटना से बाजार क्षेत्र में दहशत का माहौल है। वहीं घटना काे लेकर मुख्यमंत्री हेमंत साेरेन ने भी जिला प्रशासन काे जांच का निर्देश दिया है।