Ranchi : आरकेडीएफ विश्वविद्यालय रांची में ‘जनजातीय गौरव दिवस’भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित कर की गई. मुख्य अतिथियों को भेंट स्वरूप शाल एवं पौधा दिया गया। मुख्य वक्ता के रूप में सेवानिवृत सामाजिक विज्ञान संकाय के डीन रांची विश्वविद्यालय इतिहास विभाग के प्रमुख डॉ दिवाकर मिंज को आमंत्रित किया गया। इन्होंने अपने वक्तव्य में झारखंड के इतिहास के विभिन्न विद्रोहों पर प्रकाश डालते हुए विभिन्न स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग बलिदान समर्पण के भाव को अपने विचारों में व्यक्त किया. डॉ अभय सागर मिंज श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय एंथ्रोपोलॉजी विभाग के सहायक प्राध्यापक इन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि हमारी वर्तमान युवा पीढ़ी को स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानने की जिज्ञासा उत्पन्न करना बहुत आवश्यक है आज की पीढ़ी रियल लाइफ से हटकर रील लाइफ में ज्यादा समय व्यतीत कर रही है।
इन्हे पुस्तकों के अध्ययन में रुचि रखने की आवश्यकता है तभी बीते हुए अतीत की जानकारी प्राप्त हो सकती है और वर्तमान को सही दिशा मिल सकती है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुल सचिव डॉ अमित कुमार पांडे ने कहा कि गौरव दिवस भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर आयोजित करना गौरव की बात है यह और भी सार्थक सिद्ध तब होगी जब वर्तमान युवा उनके त्याग समर्पण को समझें और उनके गुणों को अपने जीवन में उतारें। कुलपति डॉ एस चटर्जी ने कहा कि धरती आबा बिरसा मुंडा अपनी प्रकृति और संस्कृति को अक्षुण्ण रखने के लिए अपने जीवन को मातृभूमि के लिए समर्पित कर दिए इनके कार्य हम सबके लिए अनुकरणीय है।
इस कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ पंकज चटर्जी द्वारा किया गया मंच संचालन का कार्य जनसंचार विभाग की छात्रा किरण कुमारी द्वारा किया गया। विश्वविद्यालय परिसर में मुख्य अतिथियों द्वारा पौधारोपण का कार्य किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सभी प्राध्यापक- प्राध्यापिकाएं एवं छात्र-छात्राएं मौजूद थे।