गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत प्रदेश के 10 शहर चयनित हैं। गोरखपुर समेत सात महानगरों को राज्य स्मार्ट सिटी में शामिल किया गया है। राज्य स्मार्ट सिटी में शामिल होने के बाद गोरखपुर में तेजी हो रहे बदलाव, विकास को सब महसूस कर रहे हैं, लेकिन स्मार्ट सिटी की सार्थकता तभी है, जब हम भी स्वच्छता बढ़ाकर विकास कार्यों को संजोए रख स्मार्ट बनें।
मुख्यमंत्री योगी मंगलवार शाम गोरखपुर नगर निगम परिसर में आयोजित समारोह में 279 करोड़ रुपये से अधिक लागत वाली 282 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण करने के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने नगर निगम की 215.97 करोड़ रुपये की लागत वाली 228 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इसी समारोह में मुख्यमंत्री के हाथों गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) के 62.84 करोड़ रुपये के 54 विकास कार्यों का भी शिलान्यास हुआ। यहां मुख्यमंत्री ने सभी लोगों के लिए दीपावली की मंगलकामना करते हुए कहा कि नए परिसीमन से महानगर में 80 वार्ड बनेंगे। आज की लोकार्पण व शिलान्यास वाली परियोजनाओं से हर वार्ड को कुछ न कुछ विकास की सौगात मिलेगी। नगर निगम, जीडीए व जिला प्रशासन की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इन तीनों द्वारा मिलकर बनाई गई व्यवस्था से अतिवृष्टि में महानगर क्षेत्र में बहुत दिक्कत नहीं आई। लगातार 12 घंटे बारिश होने के बाद भी जल निकासी की व्यवस्था अच्छी रही। ये परियोजनाएं भी आने वाले दिनों में जल निकासी के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगी।
अच्छे लोगों को चुनें, ईमानदारी से होगा विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब अच्छे लोग चुने जाते हैं तो विकास ईमानदारी पूर्वक होता है। पांच सालों में गोरखपुर के लोगों ने यहां का कायाकल्प देखा है। बेहतरीन सड़कें, जल निकासी की सुविधा, विश्वस्तरीय एम्स, खाद कारखाने का संचालन, फिल्मों की शूटिंग व पर्यटन का शानदार केंद्र रामगढ़ताल व सुंदरीकृत धर्मस्थल इस कायाकल्प की बानगी हैं। यहां जीव जगत की जीवंतता का अहसास कराने वाला चिड़ियाघर है तो संस्कृति कर्मियों के लिए भव्य प्रेक्षागृह भी बनाया गया है। वह सब कुछ है जो किसी विकसित शहर में चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले इसी नगर निगम में उन्हें धरना देने आना पड़ता था लेकिन आज यहां विकास कार्यों की तस्वीर रची जा रही है। पांच वर्ष पूर्व तक गोरखपुर शहर बुनियादी सुविधाओं को तरस रहा था। न तो अच्छी सड़कें थीं और न ही बिजली व सफाई की व्यवस्था। विकास कार्यों से स्थिति अब पूरी तरह बदल चुकी है। अब तो गोरखपुर 12 घंटे की बारिश में भी परेशान नहीं होता। उन्होंने कहा कि गोड़धोईया नाले की परियोजना पूर्ण होते ही महानगर में एक बूंद भी बरसात का पानी नहीं लगेगा।
विकास की योजनाओं ने दी गोरखपुर को नई पहचान
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि विकास की अनेक योजनाओं ने गोरखपुर को नई पहचान दी है। गोरखपुर तेजी से आगे बढ़ा तो इसकी तस्वीर बदली है। लोगों की धारणा बदली है। लोग यहां की जगमगाती लाइटें और चौराहों पर सीसी टीवी कैमरे देखकर अभिभूत होते हैं। अब जनमानस की जिम्मेदारी है कि यह पहचान, और शहर की छवि धूमिल न हो। विकास कार्य बाधित न हों। विकास कार्यों को संजोए रखने में सबको भागीदारी निभानी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर नगर निगम को स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से आगे बढ़ना है। इसमें जन-सहभागिता जरूरी है।