Ranchi : मां के प्रति प्रेम, सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए हर साल मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है। इस मदर्स डे पर एचईसी धुर्वा स्थित पारस हॉस्पिटल ने जिन महिलाओं की उम्र 40 साल से ज्यादा हो गयी है, उन्हें कई प्रकार की जांच करने की सलाह दी है। खासतौर पर 60 की उम्र पार करने के बाद महिलाओं के स्वास्थ्य पर ध्यान देने को कहा है। पारस हॉस्पिटल की गाइनेकोलॉजिस्ट डॉ. अनुपमा सिंह ने कहा कि बढ़ती उम्र में महिलाओं को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं होने का खतरा होता है और इससे बचने के लिए समय-समय पर हेल्थ चेकअप कराने चाहिए। इससे बीमारियों से बचने में मदद मिलेगी और सही समय पर उन्हें डिटेक्ट कर इलाज करने में भी आसानी होगी।
गाइनेकोलॉजिस्ट डॉ. अंशु अग्रवाल ने कहा कि 60 की उम्र पार करने के बाद महिलाओं के शरीर में कई जरूरी विटामिन्स व न्यूट्रिएंट्स की कमी हो सकती हैं। इससे कई बीमारियों का खतरा भी बना रहता है। इसलिए कुछ जरूरी टेस्ट करवायें ताकि वह लंबे समय तक सेहतमंद बनी रहे। सभी महिलाओं को हर साल कुछ हेल्थ हेल्थ चेकअप कराने चाहिए, ताकि बीमारियों का पता सही वक्त पर चल सके और बेहतर इलाज हो सके। इनमें ब्रेस्ट एग्जामिनेशन, गायनी एग्जामिनेशन, पैप स्मीयर, अल्ट्रासाउंड और ब्लड टेस्ट कराने चाहिए। गाइनेकोलॉजिस्ट डॉ. स्निग्धा चटर्जी ने कहा कि जिन महिलाओं की उम्र 40 साल से ज्यादा है, तो मैमोग्राम टेस्ट कराना चाहिए।
ये टेस्ट अनिवार्य होते हैं और सभी महिलाओं को हर साल करवाने चाहिए। इससे बीमारियों से बचने में मदद मिल सकती है। 50 की उम्र में हर साल ईसीजी, इको, ईकेजी (इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम) बीपी और टीएमटी कराने चाहिए। हर साल कोलेस्ट्रॉल की जांच करवानी चाहिए। अगर आपको डायबिटीज, हार्ट या किडनी से जुड़ी कोई समस्या है तो इससे भी जल्दी डॉक्टर की सलाह पर टेस्ट करवाते रहें। उम्र बढ़ने के साथ आंखों में मोतियाबिंद या ग्लूकोमा की शिकायत होने लगती है। हर छह माह पर डॉक्टर की सलाह से आंखों की जांच करवाते रहना चाहिए।