Khandva। जिले के ओंकारेश्वर स्थित प्रसिद्ध ज्योर्तिलंग मंदिर में गर्मी की छुट्टियों के दौरान देशभर के श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचते है, लेकिन श्रद्धालुओं का दबाव बढ़ते ही यहां दर्शन की व्यवस्था चरमराने लगी है। यहां पर प्रतिदिन कराए जा रहे वीआईपी दर्शन श्रद्धालुओं के विरोध के बाद बंद कर दिए गए हैं। श्रद्धालुओं ने इसको लेकर नारेबाजी भी की। दरअसल, ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में रविवार सुबह दर्शन की कतार में लगे श्रद्धालुओं का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने वीआईपी दर्शन के खिलाफ नारेबाजी कर दी। करीब एक घंटे तक हंगामे का माहौल रहा। मंदिर प्रशासन के जल्द दर्शन के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ।
रविवार को छुट्टी होने की वजह से यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे। लंबी कतारें लगी थीं। दो-तीन घंटे में दर्शन हो पा रहे थे। दूसरी तरफ, मंदिर के पंडे-पुजारी 300-300 रुपये प्रति व्यक्ति लेकर वीआईपी दर्शन करवा रहे थे। प्रशासन ने वीआईपी दर्शन पर प्रतिबंध लगा रखा है। इसके बावजूद अवैध वसूली जारी है। सुबह 10 बजे मंदिर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू हो गई। लोगों ने ‘वीआईपी दर्शन बंद करो, बंद करो…’ के नारे लगाए। कतार में लगे खंडवा के मूंदी निवासी तरुण गुप्ता का कहना है कि मंदिर के पुजारी श्रद्धालुओं से पैसे लेकर अलग रास्ते से ले जाकर दर्शन करा रहे थे। वे चिल्ला रहे थे, ‘300 रुपये में दर्शन कर लो।’ तरुण ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर जारी किया है।
तरुण के मुताबिक, पांच सदस्यीय एक परिवार ने कहा कि एक हजार रुपये लेकर उन्हें दर्शन करा दो लेकिन पुजारियों ने एक रुपये भी कम नहीं किया। वे प्रति श्रद्धालु 300 रुपये में दर्शन करा रहे थे। उस परिवार से 1500 रुपये लिए और दर्शन करवाए।
ओंकारेश्वर मंदिर ट्रस्ट के सीईओ व पुनासा एसडीएम शिवम प्रजापत ने कहा कि मंदिर में वीआईपी दर्शन की व्यवस्था है। हालांकि, रविवार को यह प्रतिबंधित रहती है, लेकिन आज दोपहर 12 बजे तक वीआईपी काउंटर चालू था। जो लोग लाइन में खड़े रहते हैं, उन्हें लगता है कि नारेबाजी कर समस्या का हल हो जाएगा इसलिए वे ऐसा करते हैं। रही बात दलाली की तो प्रशासन ने पूर्व में एक दलाल को जेल भिजवाया था। लोग शिकायत करें तो हम एक्शन जरूर लेंगे। वहीं, खंडवा कलेक्टर अनूप सिंह का कहना है कि वे मामले की जांच करवाकर कार्रवाई करेंगे।