भोपाल। खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए आजकल आसमान में रोचक घटनाएं हो रही हैं। आज (मंगलवार) शाम आकाश में पांच ग्रहों की पंचायत होने जा रही है। इस दौरान मंगल, बुध, गुरु, शुक्र और यूरेनस एक-दूसरे से मिलते हुए नजर आएंगे और पृथ्वी का उपग्रह चंद्रमा इस घटना का साक्षी बनेगा।
नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने आकाश में होने जा रहे ग्रहों के मिलाप की जानकारी देते हुए बताया कि आज सूर्य के डूबने के तत्काल बाद आकाश में बुध, गुरु, शुक्र और मंगल के अलावा यूरेनस लगभग 50 डिग्री के छोटे से स्थान में मिलन समारोह कर रहे होंगे। इस दौरान चंद्रमा भी इनका साथ देने के लिए आसमान में मंगल के पास मौजूद रहेगा। इन पांच में से चार ग्रहों को बिना टेलिस्कोप के देखा जा सकेगा।
सारिका ने बताया कि खगोल विज्ञान में इस घटना को प्लेनेटरी अलाइनमेंट कहते हैं। इनमें से बुध (मरकरी) को कुछ ही देर देखा जा सकेगा, क्योंकि यह सूर्य के बहुत पास है। इसके बाद बृहस्पति (जुपिटर) भी अस्त हो जाएगा। इनके ऊपर तेज चमकता हुआ शुक्र (वीनस) नजर आएगा। इसके कुछ उपर लालग्रह मंगल (मार्स ) होगा, जिसका साथ चंद्रमा दे रहा होगा। इन ग्रहों को तो बिना किसी यंत्र की मदद से सिर्फ खाली आंख से देखा जा सकेगा, लेकिन मंगल और शुक्र ग्रह के बीच यूरेनस होगा, जिसे सिर्फ टेलिस्कोप की मदद से देखा जा सकेगा।
उन्होंने ने बताया कि प्लेनेटरी अलाइनमेंट की यह घटना लगभग हर दो साल में होती है, लेकिन इनमें ग्रहों के बीच कोणीय दूरी अधिक होती है। सोशल मीडिया पर इसे बढ़ा-चढ़ा कर प्रस्तुत किया जाता है। अगर आप बहुत ही निकटता में खाली आंखों से देखे जा सकने वाले ग्रहों का मिलाप देखना चाहते हैं तो 8 सितम्बर 2040 का इंतजार करना होगा, जब मंगल, बुध, गुरु, शुक्र और शनि सिर्फ 9 डिग्री के आकाशीय स्थान में घुले-मिले नजर आएंगे।
सारिका ने बताया कि पृथ्वी से ये ग्रह आपस में मिलन करते भले ही नजर आएंगे, लेकिन एक-दूसरे से लाखों-करोड़ों किलोमीटर दूर होंगे। आज शाम को होने वाले पांच ग्रहों के मिलन के समय इनके बीच की दूरी और चमक इस प्रकार रहेगी।
ग्रह – चमक (मैग्नीट्यूड) – तारामंडल – पृथ्वी से दूरी
जुपिटर – माइनस 2.1 – मीन तारामंडल – 88 करोड़ 70 लाख कि.मी.
मरकरी – माइनस 1.3 – मीन तारामंडल – 18 करोड़ 29 लाख कि.मी.
वीनस – माइनस 4.0 – मेष तारामंडल – 18 करोड़ 15 लाख कि.मी.
यूरेनस – प्लस 5.8 – मेष तारामंडल – 305 करोड़ 50 लाख कि.मी.
मार्स – प्लस 0.9 – मिथुन तारामंडल – 21 करोड़ 23 लाख कि.मी.