Ranchi : राज अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ रविश रंजन (गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजिस्ट) एवं डॉ. अविनाश कुमार दुबे (किडनी रोग विशेषज्ञ) ने प्लाज्मा थेरेपी के जरिए एक नौ वर्षीय बच्चे की जान बचाई। बच्चा चतरा जिले का रहने वाला है और लम्बे समय से इस बीमारी से पीड़ित था।
डॉ. रविश रंजन ने बताया कि विल्सन रोग एक वंशानुगत स्थिति है, जिसके कारण शरीर में अतिरिक्त तांबा जमा हो जाता है। इससे लीवर काम करना बंद कर देता है। तांबे के जमा होने से गुर्दे, मस्तिष्क और आंखों को नुकसान होता है। यदि उपचार न किया जाए तो विल्सन रोग गंभीर मस्तिष्क क्षति, यकृत विफलता और आकस्मिक मृत्यु का कारण बन सकता है। इस वंशानुगत बीमारी की वजह से उसका बड़ा भाई पहले ही जान गवां चुका है।
उन्होंने बताया कि मरीज जब 10 दिन पहले राज अस्पताल में आया था तब वह तीन लीवर फेलियर की अवस्था में जिंदगी और मौत से जूझ रहा था। बच्चे की प्लाज्मा थेरेपी की गई। उसे प्लाज्मा थेरेपी के चार सत्र दिये गए। इलाज में राज अस्पताल के गहन चिकित्सा विभाग की टीम और विभाग के मुख्य चिकित्सक डॉ. मोहिब अहमद का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा।