Ranchi : वाईबीएन विश्वविद्यालय के आईक्यूएसी और स्कूल ऑफ साइंस के सहयोग से शुक्रवार को कॉन्फ्रेंस हॉल में मधुमेह मेलेटस के लिए आहार प्रबंधन पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। एक दिवसीय कार्यशाला का उद्देश्य जागरूकता पैदा करना और मधुमेह मेलिटस के प्रबंधन के लिए प्रभावी आहार प्रथाओं में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करना था। एक दिवसीय कार्यशाला की शुरुआत डॉ. कमलकांत पात्रा, सहायक रजिस्ट्रार एवं एचओडी वनस्पति विज्ञान विभाग के स्वागत भाषण से हुई। आज के मुख्य वक्ता डॉ आभा चंद्रा सीनियर डायटिशियन सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ साइकाइट्री, कांके, रांची थी। मधुमेह मेलेटस के लिए आहार प्रबंधन पर एक दिवसीय कार्यशाला की संयोजक डॉ. आभा कुमारी एचओडी विभाग ऑफ भोजन एवं पोषण (बीओएस) वाईबीएन यूनिवर्सिटी थी।
मौके पर आभा चंद्रा ने कहा कि मधुमेह से ग्रस्त रोगियों को किसी भी वस्तु से अधिक ताजी, हरी सब्जियों की आवश्यकता होती है। प्रत्येक भोजन के साथ सलाद प्रचुर मात्रा में लिया जाना चाहिए। जब हम आधिक मात्रा में फल एवं सब्जियां लेते हैं तो शरीर में अधिक पानी पहूंचता है। यह गुर्दों एवं मूत्र उत्सर्जन तंत्र के लिए आवश्यक है। साथी हमें प्रोटीन रिच डाइट लेनी चाहिए साथ ही सॉफ्ट ड्रिंक को अवार्ड करना चाहिए
ग्रस्त रोगियों को कुछ बातो का धयान भी रखना चाहिए जैसे व्यायाम और स्वास्थ्य, कम वसा और कम कैलोरी आहार के माध्यम से शरीर के सही वजन को बनाए रखना, हाई-शुगर या तले हुए खाद्य पदार्थों के सेवन से परहेज करना, पर्याप्त सब्जियों, फलों और अधिक फाइबर वाले पौष्टिक भोजन का सेवन करना, नियमित रूप से चलना, तैराकी, योग आदि के माध्यम से शारीरिक रूप से सक्रिय रहना।
मौके पर वाईबीएन विश्वविद्यालय प्रशासन समिति की उपस्थिति के साथ-साथ विश्वविद्यालय के सभी अधिकारी, स्कूल ऑफ साइंस के सभी सदस्य और शिक्षक एवं छात्र-छात्राए मुख्य रुप से उपस्थित थे l धन्यवाद ज्ञापन विज्ञान संकाय के डीन डॉ. आशा मिश्रा द्वारा किया गया।