New Delhi : अदाणी पावर लिमिटेड ने सितंबर तिमाही (Q2 FY25) के नतीजे जारी करते हुए बताया कि कंपनी का शुद्ध मुनाफा 12% घटकर ₹2,906 करोड़ रहा है। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने ₹3,297.52 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया था।
कंपनी ने बताया कि खर्चों में बढ़ोतरी के कारण लाभ में गिरावट आई है, हालांकि कुल आय में मामूली वृद्धि दर्ज की गई है। अदाणी पावर की कुल आय बढ़कर ₹14,307.79 करोड़ हो गई, जो पिछले साल इसी अवधि में ₹14,062.84 करोड़ थी।
कंपनी ने कहा कि आय में यह बढ़ोतरी बिजली की अधिक बिक्री से हुई है, भले ही आयातित कोयले की कीमतें और बाजार दरें इस दौरान कम रहीं। इस तिमाही में कंपनी का कुल खर्च ₹10,341.59 करोड़ रहा, जबकि पिछले वर्ष यह ₹9,928.76 करोड़ था।
अदाणी पावर के सीईओ एस. बी. ख्यालिया ने कहा,
“इस तिमाही में भी कंपनी ने स्थिर वित्तीय प्रदर्शन दिखाया है। हमारी मजबूत लाभप्रदता और तरलता हमें वर्ष 2031-32 तक 42 गीगावॉट क्षमता विस्तार के लक्ष्य को हासिल करने में मदद करेगी।”
विस्तार योजनाएं और नए समझौते
कंपनी ने बताया कि उसने 23.7 गीगावॉट के विस्तार के लिए आवश्यक उपकरणों और भूमि की व्यवस्था कर ली है। इसके साथ ही, अदाणी पावर ने SHAKTI योजना के तहत 4.5 गीगावॉट की नई दीर्घकालिक बिजली खरीद समझौते (PPA) हासिल किए हैं।
सितंबर 2025 तक कंपनी की कुल संचालन क्षमता बढ़कर 18,150 मेगावॉट हो गई है, जो पिछले साल 17,550 मेगावॉट थी। यह वृद्धि विदर्भा इंडस्ट्रीज पावर लिमिटेड के 600 मेगावॉट अधिग्रहण से हुई है।
इस तिमाही में कंपनी ने बिहार राज्य पावर जनरेशन कंपनी लिमिटेड (BSPGCL) के साथ 2,400 मेगावॉट की 25 साल की बिजली आपूर्ति समझौता (PSA) पर हस्ताक्षर किए। यह बिजली बिहार के भागलपुर जिले के पिरपैंती में बन रहे नए अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्रोजेक्ट से आपूर्ति की जाएगी।
इसके अलावा, अदाणी पावर को मध्य प्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (MPPMCL) से 1,600 मेगावॉट और कर्नाटक पावर कंपनी लिमिटेड (PCKL) से 570.5 मेगावॉट की बिजली आपूर्ति के लिए स्वीकृति पत्र (LOA) मिले हैं।
विदर्भा इंडस्ट्रीज पावर लिमिटेड ने भी महाराष्ट्र डिस्कॉम के साथ 500 मेगावॉट की मध्यम अवधि (5 वर्ष) की PPA पर हस्ताक्षर किए हैं, जो 1 नवंबर 2025 से प्रभावी होगी।
कोयला खनन और परियोजनाओं की प्रगति
महन एनर्जन लिमिटेड को सिंगरौली (मध्य प्रदेश) स्थित धिरौली खान में संचालन शुरू करने की अनुमति मिल गई है। इस खान की अधिकतम उत्पादन क्षमता 6.5 मिलियन टन प्रतिवर्ष है।
कंपनी ने 22 सितंबर 2025 को शेयर विभाजन (split) किया है, जिसके तहत प्रत्येक ₹10 अंकित मूल्य के शेयर को ₹2 अंकित मूल्य वाले पाँच शेयरों में बदला गया है।
परियोजनाओं के मोर्चे पर, महन, रायपुर और रायगढ़ विस्तार कार्य तेजी से चल रहे हैं, जिनकी प्रगति क्रमशः 73%, 35% और 30% है। वहीं, कोरबा (छत्तीसगढ़) में 1,320 मेगावॉट की परियोजना का निर्माण कार्य फिर से शुरू हो गया है। ये परियोजनाएं 2026-27 से 2028-29 के बीच पूरी होने की उम्मीद है।



