Ranchi। असम के मुख्यमंत्री और झारखंड भाजपा के चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा सोमवार को रांची पहुंचे। नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, राज्यसभा सदस्य दीपक प्रकाश सहित कई भाजपा के नेताओं ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया।
एयरपोर्ट से बाहर आते ही हिमंता बिस्वा सरमा से संवाददाताओं ने पूछा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कह रहे हैं कि विपक्ष उन्हें फांसी पर लटकाना चाहता है। इसपर जवाब देते हुए हिमंता ने कहा कि हेमंत सोरेन दीर्घायु हों क्योंकि देश को उनकी जरूरत है। भाजपा क्यों उन्हें फांसी पर लटकाना चाहेगी। भाजपा तो सिर्फ हेमंत सोरेन से घुसपैठ रोकने के लिए कह रही है। साथ ही उत्पाद सिपाही में दौड़ने के दौरान जिन युवाओं की मौत हुई है, उनके परिजनों को एक नौकरी और 50 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग कर रही है लेकिन हेमंत सोरेन ये नहीं करके कह रहे हैं कोरोना वैक्सीन से इनकी मौत हुई है तो स्टोरॉइड लेने से मौत हुई है।
हिमंता ने कहा कि बांग्लादेशी का मुद्दा इसलिए वे हमेशा उठा रहे हैं। क्योंकि, जब वह पाकुड़ गए तब उन्हें पता चला कि पहले वहां हिन्दू विधायक होते थे लेकिन अब मुस्लिम विधायक बनते हैं। उन्होंने पाकुड़ के डीसी से पूछा है कि वह बताएं कि कैसे डेमोग्राफी बदल गई। उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मेरे संपर्क में झारखंड कांग्रेस के हमेशा 12 से 14 विधायक रहते हैं। साथ ही झारखंड मुक्ति मोर्चा के भी 2-3 विधायक संपर्क में हैं।
सरमा ने कहा कि विधायक तो कई संपर्क में हैं लेकिन बाहर से सभी को ले लेंगे तो मेरी पार्टी के लोग ही नाराज हो जायेंगे और मुझे मारने लगेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी सम्मान देना जरुरी है। पत्रकारों ने जब पूछा कि पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता बंधु तिर्की ने कहा है कि आपने उन्हें भाजपा में शामिल होने का न्योता वीडियो कॉल के जरिये दिया था। उन्होंने इसपर कहा कि उन्होंने बंधू तिर्की से कभी बात नहीं की। उनकी बेटी मांडर की विधायक शिल्पी नेहा तिर्की एयरपोर्ट पर मिली थी तब हाय-हेलो हुआ था। उन्होंने कहा कि वीडियो कॉल में बात करने के लिए उधर से भी किसी को जुड़ना पड़ता है। इसलिए पहले बंधु तिर्की को बताना चाहिए कि वो आखिर क्यों वीडियो कॉल से जुड़े थे।