Asansol: ईसीएल परिवार अपने 49वें स्थापना दिवस के अवसर पर संकटोरिया स्थित झालबागन स्टेडियम में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया । उक्त कार्यक्रम में अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक अंबिका प्रसाद पंडा के अनुप्रेरण से आयोजित की गई| इस अवसर पर निदेशक(वित्त) मो. अंजार आलम, निदेशक(कार्मिक) आहूति स्वाईं, निदेशक(तकनीकी)योजना, परियोजना नीलेंदु कुमार सिंह एवं निदेशक(तकनीकी) संचालन नीलाद्रि राय, जेसीसी कॉर्पोरेट के सदस्य एवं श्रमिक संगठन के प्रतिनिधिगण की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया एवं सभी गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत कर कोल इंडिया के कॉर्पोरेट गीत को बजाया गया | देर शाम तक चले कार्यक्रम में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों जैसे लोक नृत्य, लोक संगीत, शास्त्रीय नृत्य, आदि का प्रदर्शन किया गया एवं विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट पुरुष कर्मचारी, उत्कृष्ट महिला कर्मचारी, नवप्रवर्तन पुरस्कार, उत्कृष्ट खिलाड़ी, भूमिगत खदान पुरस्कार, वीरता पुरस्कार, निजी अनुबंध एजेंसी पुरस्कार, सहायक कर्मचारियों के लिए विशेष योगदान पुरस्कार उत्कृष्ट कार्यों एवं प्रदर्शन के लिए विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए गए।
समारोह के मुख्य अतिथि अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक ए पी पंडा ने अपने वक्तव्य में सभी को स्थापना दिवस की शुभेच्छा देते हुए कहा कि ईसीएल द्वारा निरंतर अर्जित की जा रही कामयाबी में पूर्ण सहयोग के लिए कंपनी के सभी ऊर्जस्वित कर्मशक्ति श्रमिक, कर्मचारी एवं अधिकारी को धन्यवाद दिया। ईसीएल के 100 मिलियन टन के महत्वकांक्षी लक्ष्य को अगले 5 वर्ष में प्राप्त करने पर जोर दिया | सीएमडी ईसीएल के साथ-साथ निदेशकगण, जेसीसी कॉर्पोरेट के सदस्य एवं श्रमिक संगठन के प्रतिनिधिगण ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए एवं कंपनी को इस शिखर पर पहुचाने के लिए सभी के प्रयासों को सराहा और आगे भी निरंतर बढ़ते रहने के लिए प्रेरित किया। इस मौक़े पर ईसीएल के क्षेत्रीय महाप्रबंधक और ईसीएल मुख्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, विभिन्न श्रमिक संगठन के प्रतिनिधिगण, प्रशिक्षण केंद्रों और चिकित्सा केंद्रों के अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण बड़ी संख्या में उपस्थित थे। कार्यक्रम का आयोजन अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक के तकनीकी सचिव मदन मोहन कुमार के के मार्गदर्शन में कार्यान्वित किया गया | स्थापना दिवस समारोह का उक्त कार्यक्रम सुचारु एवं सौहार्दपूर्ण ढंग से संम्पन्न हुआ।