New Delhi : बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में कराए जाएंगे। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को और दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा। मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी। यह जानकारी मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने सोमवार को विज्ञान भवन, दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।
उन्होंने बताया कि पहले चरण में 121 सीटों और दूसरे चरण में 122 सीटों पर मतदान होगा। बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं, जिनमें से 38 सीटें अनुसूचित जाति (SC) और 2 सीटें अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए आरक्षित हैं।
बिहार में कुल 7.43 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 3.92 करोड़ पुरुष, 3.50 करोड़ महिला और 1,725 ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल हैं। इसमें 7.2 लाख दिव्यांग, 4.04 लाख 85 वर्ष से अधिक आयु के, 14 हजार 100 साल से अधिक उम्र के और 1.63 लाख सेवा मतदाता शामिल हैं।
राज्य में 18 से 19 वर्ष के 14.01 लाख और 20 से 29 वर्ष के 1.63 करोड़ युवा मतदाता हैं। इस चुनाव में लगभग 14 लाख मतदाता पहली बार मतदान करेंगे। नए मतदाताओं को 15 दिनों के भीतर वोटर कार्ड वितरित किए जाएंगे।
राज्य भर में कुल 90,712 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 76,801 ग्रामीण क्षेत्रों और 13,911 शहरी क्षेत्रों में हैं। औसतन प्रति केंद्र 818 मतदाता होंगे। इसके अलावा 292 दिव्यांगों के लिए अनुकूल, 38 युवाओं द्वारा संचालित, 1,044 महिला संचालित, और 1,350 आदर्श मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे। सभी मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की सुविधा रहेगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि बिहार ने मतदाता सूची के शुद्धिकरण में पूरे देश के लिए मिसाल पेश की है। विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान के तहत मतदाता सूची को अपडेट किया गया। 30 सितंबर को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की गई। नामांकन की अंतिम तिथि से 10 दिन पहले तक मतदाता सूची में नाम जोड़ा जा सकता है, लेकिन अंतिम सूची के बाद कोई नया नाम नहीं जोड़ा जाएगा।
बिहार विधानसभा का वर्तमान कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है। प्रेस वार्ता में चुनाव आयुक्त सुखबीर सिंह संधू और विवेक जोशी भी मौजूद थे।



