New Delhi : मुख्य चुनाव आयुक्त ने मतगणना से ठीक एक दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि लोकसभा चुनाव में इस बार 64 करोड़ 20 लाख से ज्यादा मतदाताओं ने वोट डाले। चुनाव आयोग ने इसे एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा – हमने एक विश्व रिकॉर्ड बनाया है। इन 64 करोड़ मतदाताओं में से 31 करोड़ महिला मतदाता हैं। इसके साथ ही 85 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग मतदाताओं ने भी बड़ी संख्या में वोट दिया।
चुनाव आयोग ने कहा कि वोटों की गिनती के दौरान पूरी वीडियोग्राफी करायी जायेगी, रिटर्निंग आॅफिसर के टेबल पर राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों को बैठने की मंजूरी दी गयी है। मतगणना की पूरी प्रक्रिया करीब 70-80 लाख लोगों के बीच होनी है ऐसे में कोई प्रॉब्लम नहीं हो सकती। उन्होंने बताया कि मतदान के उपरांत फार्म 17सी की कॉपी सभी उम्मीदवारों के एजेंट को दी गयी है। मतगणना से पहले मशीन की स्लिप और टैग का वेरीफिकेशन होगा। जिन्हें मतदान केंद्र पर फार्म 17सी देना था वहां किसी भी व्यक्ति ने कोई शिकायत नहीं की। अब इस तरह की बातों को उन्होंने एक फर्जी नैरेटिव बताया।
वहीं, लोकसभा चुनाव 2024 का मतदान समाप्त होने के साथ ही चुनाव आयोग ने यह माना है कि चुनाव इतनी गर्मी में नहीं करवाए जाने चाहिए। आयोग के मुताबिक, इस चुनाव से उन्हें यह सीख मिली है कि चुनाव एक महीना पहले खत्म हो जाने चाहिए। इसके साथ ही चुनाव आयोग ने कहा कि चुनाव उपरांत हिंसा न हो, इसके लिये पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में पैरा मिलिट्री फोर्सेज यथावत बनी रहेगी। हालांकि, यह अर्धसैनिक बल अब राज्य सरकार के नियंत्रण में होंगे, लेकिन मुख्य चुनाव आयुक्त ने उम्मीद जतायी कि राज्य चुनाव पश्चात किसी भी हिंसा को नहीं होने देंगे। गौरतलब है कि विपक्ष ने वीडियोग्राफी, उम्मीदवारों के एजेंटों की मौजूदगी, पोस्टल बैलेट आदि के विषय रविवार को चुनाव आयोग के समक्ष रखे थे।