धनबाद। धनबाद में राशन डीलर की ओर से फर्जीवाड़ा का एक मामला बुधवार को सामने आया है। बाबूडीह स्थित डीलर हेमलता सिन्हा ने अपने ही घर पर काम करने वाली कलावती देवी से 10 सालों तक घर का झाड़ू-पोछा, बर्तन धोने का काम करवाती रही और उसके आधार कार्ड का इस्तेमाल कर कई अज्ञात लोगों का नाम जोड़ फर्जी राशन कार्ड बनवाकर उसके थंब का इस्तेमाल कर राशन उठाती रही।
वहीं, उक्त महिला के काम के बदले उसे महीने में केवल पाँच किलो अनाज देती रही। इतना ही नहीं डीलर ने कलावती को बहला-फुसलाकर उसके भतीजे अभिषेक राय और उसकी भाभी अंजलि देवी की भी आधार कार्ड का इस्तेमाल कर दर्जनों अज्ञात लोगों का नाम जोड़ा और उनसे भी थंब लेकर राशन लेती रही। इसके बदले में उन्हें कभी 5 तो कभी 10 किलो अनाज दे दिया करती थी।
इस दौरान कलावती देवी, उसका भतीजा अभिषेक राय और उनकी भाभी अंजलि देवी से हर माह फिंगर लगाकर राशन उठाने का काम करती थी। वहीं, जब भी इन्होंने राशन कार्ड मांगने का प्रयास किया, तो डीलर हेमलता कहती थी, ‘आम खाओ गुठली मत गिनो’।
वहीं, हाल के दिनों में जब ‘मैया सम्मान योजना’ को लेकर राशन कार्ड की मांग की गई तो परिवारवालों ने डीलर हेमलता सिन्हा पर राशन कार्ड देने के लिए दबाव बनाया। जिसके बाद डीलर हेमलता सिन्हा ने अपनी नौकरानी कलावती देवी को काम से ही निकाल दिया। जब कलावती ने ऑनलाइन अपने राशन कार्ड की जांच की तो पाया गया कि उसके आधार कार्ड का इस्तेमाल कर उससे थंब लगवाकर राशन का गबन किया जा रहा था। इतना ही नहीं डीलर हेमलता सिन्हा ने कलावती से पीडीएस दिलवाने का लालच देकर 18 हज़ार रुपये भी ऐंठ ली। अब पूरे मामले को लेकर कलावती देवी ने उपायुक्त कार्यालय पहुंच उपायुक्त से निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए न्याय की गुहार लगाई है।
इस पूरे मुद्दे पर धनबाद उपायुक्त आदित्य रंजन ने कहा कि उनके पास फिलहाल लिखित शिकायत नहीं पहुंची है, लेकिन मीडिया से मिली जानकारी के बाद डीएसओ के नेतृत्व में एक टीम गठित की जाएगी और उक्त मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।



