Kota। कोटा शहर के कुन्हाड़ी इलाके के लक्ष्मण विहार स्थित आदर्श हॉस्टल में रविवार सुबह छह बजे ट्रांसफॉर्मर में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। घटना के समय छह मंजिला हॉस्टल में कुल 70 छात्र थे। अधिकतर छात्र सुबह गहरी नींद में थे। हो-हल्ला हुआ तो भगदड़ मच गई। इस बीच सात छात्र झुलस गए हैं। पहली मंजिल पर कुछ छात्रों ने बालकनी में चादर बांधकर उतरने का प्रयास किया। इसमें एक छात्र गिरकर घायल हो गया। एक छात्र सीढ़ियों पर फिसल गया, जिसके उसके पैर में फ्रैक्चर हो गया। इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी करने वाले छात्र यहां रहते थे।
जानकारी के अनुसार सुबह 6 बजे ग्राउंड फ्लोर पर लगे ट्रांसफार्मर में शॉर्ट सर्किट से चिंगारी निकली। इसके बाद धीरे-धीरे आग ने विकराल रूप ले लिया। आग तेजी से ऊपर की तरफ फैली। छात्रों ने खिड़की से चादर बांध-बांधकर बिल्डिंग से नीचे उतरने की कोशिश की। इस दौरान मध्य प्रदेश का भविष्य नाम का छात्र पहली मंजिल से गिर गया। उसके पैर में चोट आई है। भविष्य नीट की तैयारी कर रहा है। अर्पित पांडेय नाम का एक छात्र दूसरी मंजिल पर स्थित कमरे से बाहर भागा और सीढ़ियों पर फिसल गया। उसके पैर में फ्रैक्चर हुआ है। अर्पित का इलाज एमबीएस हॉस्पिटल में चल रहा है।
नगर निगम के सीएफओ राकेश व्यास राकेश व्यास ने बताया कि सभी बच्चे सैकेंड और थर्ड फ्लोर पर थे। आगजनी की सूचना मिलते ही कुन्हाड़ी थाना पुलिस और दमकलें मौके पर पहुंची। आग को बुझाने के प्रयास शुरू किए। पुलिस और फायरकर्मियों ने मिलकर हॉस्टल के सभी छात्रों को सीढ़ियों के जरिए नीचे उतार लिया। इन छात्रों में से दो के पैर में चोट लगी है। करीब सात छात्र मामूली रूप से झुलसे हैं। चार छात्रों को उपचार के लिए एमबीएस अस्पताल भेजा गया। बाकी की वहीं काउंसिलिंग की गई। इन्हें दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है। एसपी अमृता दुहान भी सूचना पाकर मौके पर पहुंचीं और छात्रों से बातचीत कर उन्हें हिम्मत बंधाई।
हॉस्पिटल में छत्तीसगढ़ के एक छात्र विपिन ने बताया कि आग का पता नहीं चला। सभी सो रहे थे। हल्ला हुआ तो बाहर निकले। सैकेंड फ्लोर पर रूम है। फायर ब्रिगेड ने बालकनी साइड से सीढ़ी लगाकर उतारा। बाहर निकलते वक्त हथेली जल गई। आग सैकेंड फ्लोर तक पहुंच गई थी। कड़ी मशक्कत के बाद निगम की दमकलों ने आग पर काबू पाया। गनीमत रही की हादसे में किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई। छात्रों का सामान जरूर जल गया। निगम सीएफओ राकेश व्यास ने बताया कि आदर्श हॉस्टल में संचालक की बड़ी लापरवाही सामने आई है। हॉस्टल के अंदर ही बड़ा ट्रांसफार्मर लगाया हुआ था, जो पूरी तरह अवैध है। साथ ही हॉस्टल में किसी तरह के फायर उपकरणों की व्यवस्था नहीं थी। आग बुझाने के लिए एक भी सिलेंडर नहीं थे।