कोलकाता। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्य के बहुचर्चित नेता दिलीप घोष ने एक बार फिर ममता बनर्जी की सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने संशय जाहिर करते हुए कहा है कि जिस तरह से सीबीआई और ईडी के अधिकारी एक के बाद एक पार्टी विधायकों को गिरफ्तार कर रही है उससे साफ है कि जल्द ही ममता बनर्जी की सरकार गिरने वाली है।
इसके अलावा शिक्षक उम्मीदवारों के लगातार हो रहे प्रदर्शनों के बावजूद राज्य सरकारी की उदासीनता पर उन्होंने सवाल खड़ा किया। घोष ने कहा कि ममता सरकार काम कम और ड्रामा बहुत ज्यादा कर रही है। मंगलवार को न्यू टाउन के इको पार्क में प्रभात भ्रमण के लिये निकले दिलीप घोष ने पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक के साथ शिक्षक उम्मीदवारों की बैठक का जिक्र करते हुए कहा कि एक नेता ने आंदोलनरत उम्मीदवारों के साथ बैठक की थी और उसके बाद कोई प्रगति नहीं हुई। आठ सालों से वे लोग सड़कों पर बैठकर आंदोलन कर रहे हैं जिन्हें न्यायसंगत तरीके से सम्मान के साथ नौकरी मिल जानी चाहिए। उनके धैर्य का बांध टूट चुका है। उन्हें बरगलाया जा रहा है। लंबे समय से आंदोलन के बावजूद कोई उन्हें पूछने वाला नहीं है। समस्या के समाधान के बारे में कोई पहल नहीं हो रही और सरकार के शीर्ष पर बैठे लोग उल जलूल बयान दे रहे हैं।
इसके अलावा राज्य में राशन कार्ड, जॉब कार्ड भ्रष्टाचार का जिक्र भी उन्होंने किया। दिलीप घोष में कहा कि हैं राज्य में करीब 62 लाख लोगों के राशन कार्ड रद्द कर दिए गए हैं। लोगों को उनके भोजन के अधिकार से वंचित किया जा रहा है। करीब 14 लाख जॉब कार्ड रद्द किया गया है। यह भी उन लोगों को नहीं मिले हैं जिन्हें मिलना चाहिए। नाम किसी और का और बैंक अकाउंट नंबर किसी और का दिया गया है। हजारों लोगों से इसी तरह से केंद्रीय फंड के करोड़ों रुपये ममता बनर्जी की पार्टी के लोग लूट रहे हैं। राज्य भ्रष्टाचार का केंद्र बन गया है।