वाशिंगटन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अदालती खींचतान में फंसते जा रहे हैं। अब उन्होंने मांग की है कि 2020 के चुनाव नतीजे पलटने के मामले में उनके मुकदमे की सुनवाई कर रहीं जज तान्या चुटकन उनके मामलों की सुनवाई न करें।
वॉशिंगटन डीसी की एक संघीय अदालत में वर्ष 2020 के चुनाव नतीजे पलटने की कोशिश संबंधी डोनाल्ड ट्रंप के मामले की सुनवाई चल रही है। हाल ही में ग्रैंड जूरी ने ट्रंप के खिलाफ मामले में सुनावई की थी। इसमें विशेष अधिवक्ता जैक स्मिथ दलीलों और सबूतों को परखने के बाद ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों को पलटने के प्रयासों का आरोपी माना है। उनके खिलाफ इसी केस में अब आगे सुनवाई जारी है। इस मामले की सुनवाई कर रही जज तान्या छुटकन 06 जनवरी 2021 को वाशिंगटन पर हमला करने वाले ट्रंप समर्थकों के लिए एक कठोर दंड देने वाली जज के रूप में पहचानी जाती हैं। उन्हें ट्रंप द्वारा नियुक्त फ्लोरिडा के संघीय न्यायाधीश एलीन कैनन की तुलना में अधिक ‘सख्त’ माना जाता है।
इसी कारण से ट्रंप के वकील ने अमेरिकी जिला न्यायालय की जज तान्या चुटकन के कुछ बयानों का हवाला देते हए उन्हें ट्रंप के खिलाफ पूर्वाग्रहों से ग्रसित करार दिया है। ट्रंप के वकीलों का कहना है कि हाल ही में जब जज चुटकन ने 06 जनवरी के अमेरिकी संसद भवन (कैपिटल हिल) में हुई हिंसा के मामले में दो आरोपितों को सजा सुनाई तो यह साफ था कि उन्होंने ट्रंप के खिलाफ कुछ भी साबित होने से पहले ही उन्हें दोषी मान लिया है।
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कोर्ट में दिए गए दस्तावेजों के मुताबिक ट्रंप के वकीलों ने कहा है कि जज चुटकन ने अन्य केसों की सुनवाई के साथ यह संकेत दिए हैं कि ट्रंप को सजा मिलनी चाहिए और उन्हें जेल में बंद कर दिया जाना चाहिए। इस तरह के बयान ट्रंप के खिलाफ 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे पलटने से जुड़े मामले के शुरू होने से पहले ही बिना कोई प्रक्रिया पूरी किए दिए गए थे, जो कि स्वाभाविक तौर पर उन्हें अयोग्य ठहराए जाने के लिए काफी हैं।