Dumka। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना को लेकर राज्यभर की महिलाओं में जो उत्साह एवं खुशी देखने को मिल रहा है, वह अदभुत है। आपका ये उत्साह हमें हर मुसीबतों तथा चुनौतियों से लड़ने की ताकत देता है। आपकी उम्मीदों और भरोसे से हम हर चुनौतियों का डटकर मुकाबला करते हुए निरंतर आगे बढ़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री मंगलवार काे दुमका जिले के जामा प्रखंड स्थित पांजनपहाड़ी में झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के संताल परगना प्रमंडल स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आधी आबादी को जो मजबूत और सशक्त करेगा, वही राज्य आगे बढ़ेगा। राज्य के विकास के लिए महिलाओं की भागीदारी हर हाल में जरूरी है। यही वजह है कि हमारी सरकार आधी आबादी को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारी सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान लाने का काम कर रही है।
जिन्होंने कभी ब्लॉक ऑफिस तक नहीं देखा उनके दरवाजे पहुंच रही सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से चार वर्ष पहले कई ऐसे गांव थे, जहां के लोगों ने कभी ब्लॉक ऑफिस तक नहीं देखा था। डीसी-एसपी ऑफिस के बारे में जिन्हें कोई जानकारी तक नहीं थी उनके दरवाजे पर आज पूरी सरकार पहुंच रही है। जिन गांवों में जाने के लिए कोई रास्ता नहीं है, जहां आवागमन की कोई सुविधा नहीं है, वहां आज बीडीओ-सीओ, डीसी-एसपी से लेकर विभागों के सचिव पहुंच कर आपकी समस्याओं को न सिर्फ सुन रहे हैं, बल्कि उसका समाधान कर रहे हैं। साथ ही जिन समस्याओं का निदान तत्काल संभव नहीं है, उसकी जानकारी सरकार तक पहुंचा रहे हैं ताकि उस दिशा में ठोस कदम उठाया जा सके। सरकार की योजनाओं से कोई वंचित नहीं रहे, इसी सोच के साथ कार्य कर रहे हैं।
गांवों की मजबूती से राज्य के विकास का रास्ता तय होगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों को मजबूत किए बगैर राज्य मजबूत नहीं बन सकता है। यही वजह है कि हमारी सरकार रांची हेडक्वार्टर की बजाय गांव-देहात से चल रही है। “आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार” कार्यक्रम के तहत गांव-गांव टोले-टोले में शिविर लगाकर सरकार की योजनाओं से समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति को भी जोड़ने का काम किया गया। यह कार्यक्रम निरंतर चलेगा। हमारा प्रयास आपकी हर समस्या का समाधान करना है
किसानों को वैकल्पिक कृषि के लिए सरकार कर रही पूरा सहयोग
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए सरकार कई योजनाएं लेकर आई है। विशेषकर आज मौसम में जिस तरह का बदलाव देखने को मिल रहा है, उसमें किसानों को पारंपरिक खेती के अलावा वैकल्पिक कृषि के लिए आगे आने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बिरसा हरित ग्राम योजना, दीदी बाड़ी योजना और मुख्यमंत्री पशुधन योजना जैसी अनेकों योजनाएं हैं, जिससे जुड़कर किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं।
पिछले साढ़े चार वर्षों में विकास का नया पैमाना बना
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों में हमारी सरकार ने इस राज्य और यहां के आदिवासी-मूलवासी, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक, किसान-मजदूर, बूढ़े- बुजुर्ग, महिला युवा समेत हर वर्ग-तबके के लिए जो कार्य किए हैं, उसने विकास का नया आयाम गढ़ा है। आज राज्य का कोई भी बूढ़ा बुजुर्ग पेंशन से वंचित नहीं है। किसानों के दो लाख रुपये तक के लोन माफ किए गए हैं। बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले, इसके लिए उत्कृष्ट विद्यालय खोले गए हैं। यहां के बच्चे पढ़-लिखकर आगे बढ़ें, गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना के तहत उन्हें आर्थिक सहयोग किया जा रहा है। बच्चियों की पढ़ाई आर्थिक तंगी से छूटे नहीं, इसके लिए उन्हें सावित्रीबाई किशोरी समृद्धि योजना से जोड़ा गया है। इसी तरह की अनेकों योजनाएं हैं जो राज्य वासियों को आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त कर रही है।
7 लाख 32 हजार 906 बहन बेटियों को मिली 73 करोड़ 29 लाख 6 हजार रुपये सम्मान राशि
मुख्यमंत्री ने आज संताल परगना प्रमंडल स्तरीय कार्यक्रम में 7 लाख 32 हज़ार 906 लाभुकों के खाते में डीबीटी के माध्यम से 73 करोड़ 29 लाख 6 हज़ार रुपये सम्मान राशि के रूप में हस्तांतरित कर महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक और मजबूत कदम बढ़ाया। इनमें दुमका की 01 लाख 58 हज़ार 724, देवघर जिले की 50 हज़ार 152, साहिबगंज जिले की 01 लाख 20 हज़ार 78, गोड्डा जिले की 0 1 लाख 58 हज़ार 289, पाकुड़ जिले की 01 लाख 20 हज़ार 110 और जामताड़ा जिले की 01 लाख 25 हज़ार 543 बहन-बेटियां शामिल हैं।