Giridih : गिरिडीह जिले में शुक्रवार देर रात एक बड़ा भ्रष्टाचार मामला सामने आया, जब सीबीआई (धनबाद टीम) ने बैंक ऑफ इंडिया के पचम्बा कल्याणडीह शाखा में संचालित ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण केंद्र के निदेशक एवं वरिष्ठ शाखा प्रबंधक अभिषेक कमल को 20,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
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जानकारी के अनुसार, इस कार्रवाई को धनबाद सीबीआई डीएसपी श्री पाठक के नेतृत्व में अंजाम दिया गया। टीम में लगभग 12 अधिकारी शामिल थे, जो शुक्रवार शाम को ही गिरिडीह पहुंचे थे। पूरी योजना गोपनीय तरीके से बनाई गई थी ताकि भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी को बिना कोई संदेह हुए पकड़ा जा सके।
मामला एक कैंटीन टेंडर से जुड़ा है, जो ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण केंद्र में संचालित होता है। बताया गया कि केंद्र के निदेशक अभिषेक कमल ने कैंटीन संचालक से टेंडर में सहयोग के एवज में 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। यह बात कैंटीन संचालक को नागवार गुजरी और उसने सीबीआई को इसकी सूचना दे दी।
सीबीआई ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए जाल बिछाया और शुक्रवार की रात को अभिषेक कमल को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर धनबाद सीबीआई कार्यालय ले जाया गया, जहां उनसे पूछताछ जारी है।
स्थानीय लोगों और बैंक कर्मचारियों के बीच इस घटना को लेकर खलबली मच गई है। लोग हैरान हैं कि जिस अधिकारी पर ग्रामीणों को रोजगार प्रशिक्षण देने और उन्हें स्वावलंबी बनाने की जिम्मेदारी थी, वही भ्रष्टाचार में लिप्त पाया गया।
यह घटना सिर्फ एक रिश्वत मामला नहीं है, बल्कि यह उस सरकारी तंत्र की कमजोर कड़ी उजागर करती है, जहां विकास योजनाएं और स्वरोजगार मिशन भी रिश्वतखोरी की भेंट चढ़ जाते हैं।
अब सवाल उठता है कि क्या सिर्फ गिरफ्तारी से बात खत्म हो जाएगी या फिर इस मामले की पूरी परतें खोली जाएंगी और इससे जुड़े अन्य चेहरों को भी बेनकाब किया जाएगा?