Kanke (Ranchi) : कांके प्रखंड में लगातार बढ़ रही अनियमितताओं, भ्रष्टाचार और लापरवाही के खिलाफ सोमवार को पंचायत समिति के जनप्रतिनिधियों ने खुला मोर्चा खोल दिया। बैठक के बाद नाराज़ प्रतिनिधियों ने प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) को 15 सूत्रीय मांगों वाला दो पृष्ठीय ज्ञापन सौंपा और चेतावनी दी कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो वे आंदोलन शुरू करेंगे।
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ज्ञापन में प्रमुख रूप से कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार, कर्मचारियों की गैर-जवाबदेही और आम जनता को हो रही असुविधाओं को उजागर किया गया। प्रतिनिधियों का कहना है कि राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, आवास और आय प्रमाण पत्र जैसी मूलभूत सेवाएं समय पर उपलब्ध नहीं हो रही हैं। लोग महीनों तक कार्यालयों के चक्कर काटते हैं, लेकिन समाधान नहीं मिलता।
कर्मचारी दुर्गा मुंडा के खिलाफ गंभीर आरोप
ज्ञापन में कर्मचारी दुर्गा मुंडा के व्यवहार और कार्यशैली पर विशेष रूप से नाराज़गी जताई गई। जनप्रतिनिधियों का आरोप है कि दुर्गा मुंडा का रवैया न केवल अभद्र है, बल्कि वह कार्य में टालमटोल भी करती हैं, जिससे जनता को काफी परेशानी होती है। उन्होंने बीडीओ से तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
ज्ञापन पर पंचायत समिति के उप प्रमुख अजय बैठा, प्रमुख सोमनाथ मुंडा, सदस्य सुषमा देवी, शांति देवी, बालचंद्र, श्रवण गोप, ऐनुल हक अंसारी, आदित्य नारायण साव, किरण देवी और सुनीता देवी समेत कई पंचायत प्रतिनिधियों ने हस्ताक्षर किए।
महिला प्रतिनिधियों ने उठाई योजनाओं की समस्या
बैठक में महिला प्रतिनिधियों ने खासतौर पर शिक्षा, छात्रवृत्ति, विधवा पेंशन और प्रमाण पत्रों की देरी का मुद्दा उठाया। उन्होंने बताया कि आवेदन फॉर्म महीनों तक लंबित रहते हैं, जिससे विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता।
अंत में प्रतिनिधियों ने दो टूक कहा कि अगर 15 दिनों के भीतर मांगे नहीं मानी गईं, तो जिला स्तर पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा।








