Ranchi (Kanke) : आमतौर पर पुलिस को कानून व्यवस्था बनाए रखने वाला सख्त चेहरा माना जाता है, लेकिन रांची के कांके थाना की एक पहल ने यह साबित कर दिया कि वर्दी में भी करुणा और इंसानियत बसती है। एक मानसिक रूप से अस्वस्थ युवक की मदद कर कांके पुलिस ने न केवल संवेदना दिखाई, बल्कि समाज के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण पेश किया।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार, कांके थाना क्षेत्र में बीते दिनों एक युवक को इधर-उधर भटकते हुए देखा गया, जो मानसिक रूप से बेहद अस्थिर नजर आ रहा था। स्थानीय लोगों ने इस बारे में पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही कांके थाना की टीम मौके पर पहुंची और युवक को सुरक्षित थाने लाया गया।
थाने में उसे पानी और खाना उपलब्ध कराया गया, साथ ही उसकी बातों को ध्यानपूर्वक सुना गया। पुलिस ने युवक की मानसिक स्थिति को समझते हुए बिना समय गंवाए उसे तत्काल नजदीकी मानसिक स्वास्थ्य केंद्र भेजने का निर्णय लिया।
पुलिस ने युवक को अपने वाहन में ससम्मान बैठाया और अस्पताल तक पहुंचाया। यह कदम महज एक रूटीन कार्रवाई नहीं, बल्कि संवेदनशीलता का परिचायक था।
इस मानवीय कार्य के बाद स्थानीय लोगों में पुलिस के प्रति एक नया विश्वास पैदा हुआ है। इलाके के एक बुजुर्ग ने कहा, “आजकल ऐसे दृश्य कम ही देखने को मिलते हैं। कांके पुलिस ने जो किया, वो असली सेवा है। वर्दी में इंसानियत देखना दिल को सुकून देता है।”
पुलिस अधिकारियों ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि समाज में ऐसे लोगों की मदद करना हमारा कर्तव्य है। पुलिस सिर्फ अपराधियों से निपटने की संस्था नहीं, बल्कि जरूरतमंदों की सेवा में भी तत्पर है।
कांके थाना की इस प्रशंसनीय पहल ने यह सिद्ध कर दिया कि यदि प्रत्येक पुलिसकर्मी इसी भाव से कार्य करे तो समाज में पुलिस की छवि कहीं अधिक सम्माननीय हो सकती है।